indian farmer life

प्राइम टाइम – खेत खलिहान से (व्यंग्य)

खेती व्यवसाय नहीं है ; कैसे होगा मिट्टी वाला पैर से उ लक्ज़री पॉलिश वाला मार्बल खराब नहीं हो जायेगा ! ” भारत एक कृषि प्रधान देश है ” ; …

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लालटेन युग – अंधकार से प्रकाश का एक सफर !

आज वंडरलैंड से बातें नहीं; आज कुछ अतीत के पन्नों में चलते है ! एक दशक पूर्व .. नब्बे का दशक ; कोई टाइम मशीन नहीं शब्दों के माध्यम से …

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Love in Inbox – #इनबॉक्स_लव – 2

#इनबॉक्स_लव ऐसे मैं कहीं नहीं हूँ कोई अपरिभाषित बंधन है, जो मेरे क्षणिक मौजूदगी को बयाँ करता, पर अब दृढ़ हूँ .. हठ भी अलग राहों पर जाने का ! …

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Love in Inbox – #इनबॉक्स_लव

#इनबॉक्स_लव उस पुरे कतार में एक पुराना संवाद तुम्हारा अभी तक बचा हुआ है; सब मिटा देता हूँ किस्तों और बजारों के खबर; नहीं मिटा पाता वो आखिरी संवाद; शायद …

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बोझिल शाम से सुकूने रात – पुरानी जीन्स के संग !!

बोझिल शाम से सुकूने रात और पुरानी जीन्स का सफ़र कुछ इस तरह है की … रोज ही ये सफ़र शुरू होता और रोज ही हमें चलते इस तरह जब …

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प्राइम् टाइम – 2 में आज हम काले है तो क्या हुआ (व्यंग्य)

सरकार की सुस्तीकरन नीति से आज देश जहाँ तहाँ जल रहा, सर जी तुष्टि करण, सब गुड गोबड़ कर ही दिए अबे.. यार बीच में मत बोलों टेम्पो बिगड़ जाता …

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