प्यार – वेलेंटाइन – अपनी अभिव्यक्ति
एक खास , कोई पास , एक अजनबी अहसास , कुछ दबी , कुछ छुपी ये है जज्बात ! मन के तरंगों में उठती कोई बात , चुपके से छू …
प्यार – वेलेंटाइन – अपनी अभिव्यक्ति Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
एक खास , कोई पास , एक अजनबी अहसास , कुछ दबी , कुछ छुपी ये है जज्बात ! मन के तरंगों में उठती कोई बात , चुपके से छू …
प्यार – वेलेंटाइन – अपनी अभिव्यक्ति Read Moreमहगाई पर माथे की शिकन ! हिंसा से विचलित मन, गणतंत्र पर जन गण मन ! हर बुराई के खिलाफ एक रण , मैंने भी शांति नहीं मानी है … …
गणतंत्र दिवस – मैंने भी शांति नहीं मानी है … Read Moreआहिस्ता आहिस्ता आगोश में आती , थोरी कपकपाती हाथों को सहलाती , ठिठुरती सिहरती ये बातें कह जाती , जब उनकी हँसी मन ही मन गुदगुदाती , ओस की बूँदें …
जब सर्द की रातें है आती ! Read Moreएक नये वर्ष को आना है , बस खुशियों में खो जाना है ! बीते हुए वर्ष से … कुछ यादें देकर चली गयी , कुछ वादों से वो मुकर …
एक नये वर्ष को आना है ! Read Moreरोज ख़त्म होता एक और दिन … एक शाम होती… शाम का ढलता सूरज… और क्या सोचते आप और हम … परिदृश्य . . . शाम का डूबता सूरज , …
शाम का ढलता सूरज Read Moreवो चले गए , थोड़ा मुस्कुरा के गए, हमे तो रुला के गए ! हम भी मगरूर पूछ ही लिया , कब आओगे लौट के, वो बस अपना सर झुका …
वो चले गए – wo Chale gaye Read More