पूरी रात ….
पूरी रात ही बरसी बारिश, पूरी रात बूंदों का शोर था ! पूरी रात जो ख़ामोश रहा, पूरी रात वो कोई और था ! पूरी रात रहा कोरा ही कागज़, …
पूरी रात …. Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
पूरी रात ही बरसी बारिश, पूरी रात बूंदों का शोर था ! पूरी रात जो ख़ामोश रहा, पूरी रात वो कोई और था ! पूरी रात रहा कोरा ही कागज़, …
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