नया चाँद …
बालों के गुच्छों में एक चाँद है, जो कंधे पर सर रखके, सुकून के तरीके तलाशता है, सुबह सुबह घूँघट डाले आधे चेहरे तक, बरामदे पर धीमे क़दमों से चलती …
नया चाँद … Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
बालों के गुच्छों में एक चाँद है, जो कंधे पर सर रखके, सुकून के तरीके तलाशता है, सुबह सुबह घूँघट डाले आधे चेहरे तक, बरामदे पर धीमे क़दमों से चलती …
नया चाँद … Read Moreकुछ दिन जब तुम नहीं बोलते, कुछ दिनों की चुप्पी होती, फिर बोलने लगती हर चीजें तुम्हारी तरह । सुबह सुबह खिड़की के पर्दो से झाँकती है धुप, तुम्हारी शक्ल …
कुछ दिन जब … Read MoreAutumn marks the transition from summer into Winter ….. किसे न इश्क़ हो इस मौसम से ? ढलती रात अभी की, जैसे हवायें खुले खुले बदन से टकराकर अटखेली करती …
किसे न इश्क़ हो इस मौसम से ? #AutumnDays Read Moreऊँची लम्बी गाड़ी, खूब जोर का हॉर्न बजाती, बगल में आके झटके से ब्रेक लगाती, दिल धक् से रह जाता उस वृद्ध का, अंदर गाड़ी से ठहाके की आवाज आती है …
गाड़ी – (#MicroPoetry) Read Moreमैं उससे लड़ता हूँ, की थोड़ी सी ख़ामोशी तो हो, तुझे सोच सकूँ किसी नज्म की तरह, और तुझसे कहूँ तू खूबसूरत है शब्दों सी ! अल्लहड़ जैसे हरदम बोलना, …
प्रेम … Read Moreएक दिन मेरे दिये हुये सब सामान पुराने हो जायेंगे, टूट जायेंगे या अब नहीं रह जायेंगे, वैसे की तुम साथ लेकर चलो इसे । किताबो की जिल्द उघड़ी होगी, …
कुछ पुराने सामान …. Read More