तेरे नाम की बगावत में …
नफरतों में शामिल तुम हो नहीं सकते ; मोहब्बत और नफरत के बीच किसी रस्ते पर, तुम अब भी रहते हो !! नदी के दो किनारे जैसे, उचक उचक कर …
तेरे नाम की बगावत में … Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
नफरतों में शामिल तुम हो नहीं सकते ; मोहब्बत और नफरत के बीच किसी रस्ते पर, तुम अब भी रहते हो !! नदी के दो किनारे जैसे, उचक उचक कर …
तेरे नाम की बगावत में … Read Moreकागज़ों के रावण ही जलेंगे अब, एक रावण मन में भी तो बैठा है ! द्वेष नफरत खिली चेहरे पर, त्योहारों पर पहरा बैठा है ! सीख भजन की दब …
रावण जो तेरे अंदर बैठा है … Read Moreलेखकों के पुरस्कार लौटाने की परम्परा से असहमत हूँ ; आप समाज और सरकार से असंतुष्ट होने पर बस अपना पुरस्कार लौटा अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे ; आप समाज …
कलम है तो चेतना लिखें …. Read Moreजीवन में एक अवसर मिला अपने राज्य और क्षेत्र के सांस्कृतिक धरोहर को समझने का और उसके लिए कार्य करने का ; एक छोटा सा प्रयास कर रहा हूँ अपने …
Manjusha Art – My New Initiative as a Folk Artist Read Moreभला उस गली में क्या खुदा बसेगा ; जहाँ सब हाथ रंगे हो खूनों से ! मिट्टी भी रंगीन हो गयी ; सबके काले करतूतों से ! जब रात चीखती …
रात चीखती धरी रह गयी Read More