एक रात शहर की – Devils of Dark Night …!
जब रात तमस बड़ी गहरी थी,सहमी सी और सुनी थी ! घना अँधेरा धरा पर आता,शहर घना जंगल बन जाता ! मद में विचरते कुंजर वन में,विषधर ब्याल रेंगते राहों …
एक रात शहर की – Devils of Dark Night …! Read MoreThe Life Writer & Insane Poet
जब रात तमस बड़ी गहरी थी,सहमी सी और सुनी थी ! घना अँधेरा धरा पर आता,शहर घना जंगल बन जाता ! मद में विचरते कुंजर वन में,विषधर ब्याल रेंगते राहों …
एक रात शहर की – Devils of Dark Night …! Read Moreसब्र की दुहाई मत दो लंबे फासलों सी..कमजोर है बनावटी दिल ये टूट जायेगा ! या मुकम्मल वजह दो इसे बिखर जाने की..हर फासलों पर इसका इम्तिहान ना लो ! …
अब वजह दे दो – Heart Thought ! Read More** एक टीवी साक्षात्कार में शारदा सिन्हा से कुछ पंक्तियाँ, इस गीत व कविता को सुना, और सचमुच भाव से ओत प्रोत कर्णप्रिय रचना ! माटी की खुशबू और संगीत जैसे …
घूँघट घूँघट नैना नाचे – Poetic Song ( Sharda Sinha) Read Moreना खता जतायी ..ना खबर बताई ..ये इरादा चुप रहने का ..उम्मीदों पर बोझ बन रहा ! किश्तों किश्तों में ढूंढता,कहीं यादें कम ना पर जाये,तेरे लौट आने तक ! …
आहट सी तेरी .. Read Moreबुलबुले बेचते वो राहों पर ..बुलबुले के बदले रोटी !रिश्ता अजीब लगता पर,बहुत संजीदा नाता उसका ! दो चार बुलबुले उड़ाते,बहल जाते राहगीर मुसाफिर,मकसद होता दो चार पैसे !पूछते उम्मीदी …
सपनों के बुलबुले – Dream Bubbles Read Moreएक बार — ! यूँ किसी हमराह का असर है..! ये पत्थर का बुत भी करवटें बदलता है ! पर .. हमे डर है पत्थर का बुत कहीं इंसान ना …
पत्थर का बुत ! Read More